My Wife is Student ? - 1 in Hindi Love Stories by zarna parmar books and stories PDF | My Wife is Student ? - 1

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My Wife is Student ? - 1

एक लड़की अभी खिड़की के पास खड़ी खड़ी कुछ सोच रही थी .. असमान में बेहद ही प्यारा सा moon 🌝 चमक रहा था. जो उसकी रोशनी से बेहद ही प्यारी लाइट अपने आसपास के वातारण में नई ऊर्जा भर रहा था .... 

तभी पीछे से उसकी मम्मी आती हैं.. और वो कहती  हैं.. स्वाति .. स्वाति .. क्या कर रही हो?? यह पर क्यों खड़ी हो??? 

स्वाति एक १९ साल की लड़की .. जो दिखने में बेहद ही प्यारी और खूबसूरत हैं.. उसकी आंखे काली काली और उसके बाल पवन के लहरे के साथ इस लहरा रहे थे उसकी ये पतली सी नाजुक सी कमर.. उसके गुलाबी पंखुरी जेसे लिप्स.... उसकी खूबसूरती देख कर है कोई पहली नजर में उसको प्यार कर बैठे ......  

तभी स्वाति उसको मम्मी को जवाब देते हुए कहती हैं.. मम्मी में बस यही देख रही थी .. ये चांद कितना खूबसूरत हैं,।। और इसकी रोशनी से आसपास का वातारण कितना खुशनुमा लग रहा हैं,।।।। सच में मां ऐसे ही इसे प्यार की निशानी नही कही जाती ... मां मुझे ये चांद कुछ ज्यादा ही पसंद हैं... कास किसी नोवेल की तरह मेरे लाइफ में भी कोई आता और वो मुझसे प्यार करता ... ये सुनते ही उसकी मम्मी कहती हैं... आयेगा .. तुम्हारे जीवन में भी कोई ऐसा जरूर आयेगा

....... चलो अभी सो जाए आप .. आप का कल पहल दिन हैं कॉलेज में ... चलो  अभी सो जाऊं । ये सुनते ही वो सोने के लिए चलi जाति हैं.... 


दूसरे दिन 

दूसरे दिन मॉर्निंग में .. स्वाति रेडी हो जाति हैं.. और वो रेडी होकर पहले भगवान के दर्शन करती हैं।  और बाद में .. वो अपने मम्मी के पास से आर्शीवाद लेकर चली जाति हैं..  

स्वाति एक ऐसी लड़की थी जो.. हमेशा से ही .. अपने ख्वाबों में और अपनी नोवेल में जीने वाली लड़की हैं.. हालाकि वो कभी कभी गुस्सा हो जाति हैं.. लेकिन वो बेहद ही दरियादिल वाली लड़की हैं... वो अभी रास्ते में जा रही थी.. तभी वो एक तेज aa रहे कार से टकरा जाति हैं.. उसके टकराते ही वो नीचे गिर जाति हैं.. 

जब वो नीचे गिर जाति है.. तब वो नीचे कादव में गिर जाति हैं.. जिसकी वजह से उसकी कुर्ती पूरी तरह से बिगड़ जाती हैं.. और उसको गुस्सा आने लगता है .. उस कार में बैठे हुए इंसान ... को बुलाते हुए वो गुस्से से कहती हैं.. कौन हैं?? आप बाहर आए?? आप को पता भी हैं आज मेरा कितना खास दिन हैं.. आप की वजह से मेरा दिन अब बिगड़ जायेगा.. आप को पता भी हैं?? वो इतना कह कर कार की कांच की ओर चली जाति है... और वो कांच नीचे करने का इशारा कर ने लगती हैं.. लेकिन अभी कार के अंडर से कोई। भी बहार नही आता .. ये देख कर अभी  स्वाति को बहुत ही गुस्सा आने लगता है ..और वो कहती हैं.. बाहर आना हैं या ..?? वो अपने आस पास से एक बड़ा का पत्थर लेती हैं. और कहती है. बाहर आना हैं या में इसे आपके इस कार के सारे के सारे कांच को में तोड़ du?????


ये देखते ही अंडर से एक कार का दरवाजा खुलता हैं.. .. और 



To be continued 💫 💙